कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सोमनहल्ली मल्लैया कृष्णा (former Karnataka CM SM Krishna) का निधन हो गया.
एस एम कृष्णा 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री और 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक़ एसएम कृष्णा की मौत हार्ट अटैक से हुई है. पिछले एक साल से उन्हें सांस लेने में समस्या आ रही थी, जिसकी वजह से वो कई बार अस्पताल गए.
एसएम कृष्णा 92 साल के थे. वो साल 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे.
कृष्णा भारत के विदेश मंत्री और महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे.
एसएम कृष्णा पहले कांग्रेस में रहे थे, इसके बाद वो बीजेपी में शामिल हुए.
उन्हें भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है.
उन्होंने अपना राजनीतिक करियर साल 1962 में शुरू किया, जब वो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कर्नाटक की मद्दुर सीट से चुनाव जीते थे.
एसएम कृष्णा ने कानून में स्नातक की पढ़ाई की और डलास, टेक्सास में दक्षिणी मेथोडिस्ट विश्वविद्यालय और वाशिंगटन डीसी में जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, जहाँ वे फुलब्राइट स्कॉलर थे।
एसएम कृष्णा कर्नाटक विधानसभा और परिषद के सदस्य थे और 1993 से 1994 तक उपमुख्यमंत्री और 1999 के विधानसभा चुनावों से पहले कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, जिसमें पार्टी ने जीत हासिल की और मुख्यमंत्री बने।
कृष्णा को कई लोग बेंगलुरु को वैश्विक मानचित्र पर लाने का श्रेय देते हैं, क्योंकि उनके कार्यकाल के दौरान आईटी क्षेत्र को दिए गए प्रोत्साहन के परिणामस्वरूप शहर ‘भारत की सिलिकॉन वैली’ (Bangalore, a Silicon Valley of India) के रूप में विकसित हुआ है।