ग्रीन हाउस: बीजेपी की सरकार देश और सभी प्रदेशों में (जहां बीजेपी की सरकार है) किसान एवं उन्नत खेती के विकास के लिए किसी भी तरह की कोई भी कमी नहीं रहना देना चाहती है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने और किसानों की आय को दोगुना करने के संकल्प के साथ योगी सरकार लगातार नई तकनीकों को अपना रही है। इसी क्रम में राज्य सरकार ने फसल उत्पादन प्रौद्योगिकी (Crop production technology) में समय के साथ बदलाव कर किसानों को आधुनिक खेती के लिए तैयार किया है।
इसके तहत अब ग्रीन हाउस और पॉली हाउस जैसी तकनीकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे किसान ऑफ सीजन में भी पौष्टिक सब्जियां और अनाज की फसलें उगा सकें।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बहराइच, सुल्तानपुर, बाराबंकी, सीतापुर, अमेठी समेत 44 जिलों के किसान अब ग्रीन हाउस और पॉली हाउस के उपयोग का बदलाव लाने जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में ग्रीन हाउस खेती
उत्तर प्रदेश के 44 जिलों में किसानों को ग्रीन हाउस और पॉली हाउस जैसी संरक्षित खेती की सुविधा प्रदान की जा रही है। इनमें से 24 जिलों में ग्रीन हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि 20 जिलों में तेजी से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। बीजेपी की योगी सरकार का उद्देश्य है कि हर मौसम में किसान बेहतर उत्पादन कर सकें और बाजार में ताजे उत्पाद उपलब्ध करा सकें। कृषि अवसंरचना निधि योजना के अंतर्गत ये सभी विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत इस पर सब्सिडी भी दी जा रही है।
ग्रीन हाउस और पॉली हाउस टेक्नोलॉजी से खेती करने पर मौसम की मार से फसलों को सुरक्षा मिलती है। किसान अब सर्दी, गर्मी और बरसात हर मौसम में टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा, बीन्स जैसी पौष्टिक सब्जियां और अनाज की खेती कर सकते हैं। इससे न केवल उत्पाद की गुणवत्ता बेहतर होती है बल्कि बाजार मूल्य भी अधिक मिलता है। प्रदेश के हर किसान को तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जाए। इसी उद्देश्य से अब तक 37 ग्रीन हाउस पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं, जो उत्पादन के लिए तैयार हैं। इसके अलावा 29 ग्रीन हाउस निर्माणाधीन हैं, जिन्हें जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत किसानों को ग्रीन हाउस व पॉली हाउस निर्माण के लिए सरकारी अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण और मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है, जिससे वे वैज्ञानिक तरीके से उत्पादन बढ़ा सकें। इससे खेती अब पारंपरिक से हटकर व्यावसायिक रूप ले रही है। यह पहल न केवल खेती को आधुनिक बना रही है, बल्कि किसानों की आय को भी स्थायी और सुनिश्चित कर रही है। इस नवाचार से प्रदेश की कृषि व्यवस्था में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार पॉली हाउस या ग्रीन हाउस के लिए 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान करती है।
उत्तर प्रदेश के जिले जिनमें ग्रीन हाउस बनकर तैयार हैं
लखनऊ में 3, बागपत 4, सहारनपुर 3, मेरठ 3, बहराइच 2, शामली 1, एटा 1, बरेली 2, कासगंज 2, कौशांबी 1, हरदोई 2, मिर्जापुर 1, उन्नाव 1, अलीगढ़ 1, शाहजहांपुर 1, सुल्तानपुर 1, कानपुर नगर 1, बाराबंकी 1, मुजफ्फरनगर 1, खीरी 1, सीतापुर 1, अमेठी 1, आगरा 1, गाजीपुर 1 ग्रीन हाउस बनकर तैयार है।
उत्तर प्रदेश के जिले जिनमें ग्रीन हाउस का निर्माण चल रहा है
उन्नाव में 2, पीलीभीत 3, मुरादाबाद 2, हापुड़ 1, लखनऊ 2, चंदौली 2, शाहजहांपुर 1, बरेली 1, श्रावस्ती 1, सहारनपुर 2, मेरठ 1, मुजफ्फरनगर 1, बाराबंकी 2, शामली 2, बुलंदशहर 1, हमीरपुर 1, अलीगढ़ 1, गाजीपुर 1, कानपुर नगर 1, कन्नौज में 1 ग्रीन हाउस का निर्माण तेजी से किया जा रहा।