महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर एक कथित टिप्पणी पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी नेता वी मुरलीधरन ने कहा है कि तुषार गांधी ‘प्रोपेगैंडा’ फैलाने के लिए केरल आए थे और वो कांग्रेस का टिकट पाने की कोशिश कर रहे हैं.
बीजेपी नेता वी मुरलीधरन ने कहा, “न ही किसी ने उन पर (तुषार गांधी) हमला किया और न ही उनके साथ हाथापाई की गई. वो एक जगह जाते हैं और पूरी तरह से झूठ फैलाने की कोशिश करते हैं, तो स्वाभाविक रूप से वहां पर मौजूद लोगों ने विरोध किया. यह कोई पहले से तय विरोध नहीं था. जो लोग वहां थे उन्हें लगा कि वह जो कह रहे थे वह सच नहीं था.”
उन्होंने कहा, “आप इसकी तुलना उस घटना से भी कर सकते हैं जहां राज्यपाल के साथ दुर्व्यवहार किया गया और कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. तो केरल में पिनाराई विजयन के शासन में, जब राज्यपाल पर हमला होता है, तो कोई मामला दर्ज नहीं होता, लेकिन कोई व्यक्ति जो गांधीजी के वंशज होने का दावा करते हैं, वो आते हैं और कुछ प्रोपेगैंडा फैलाते हैं, जिसका सच से कोई लेना-देना नहीं है. उनका विरोध होता है और केस दर्ज हो जाता है.”
मुरलीधरन ने कहा, “यह एक राजनीतिक प्रोपेगैंडा है. तुषार गांधी इसी के लिए यहां आए थे. वो कांग्रेस का टिकट पाने की कोशिश कर रहे हैं. इस बार भी उन्होंने कोशिश की, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला.”
इसी हफ़्ते गुरुवार को तुषार गांधी केरल गए हुए थे. जहां उन्होंने आरएसएस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी.
तुषार गांधी ने आरएसएस को लेकर कहा था कि वो ‘देश की आत्मा के लिए कैंसर’ की तरह है.
इस बयान के बाद समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें कुछ लोग तुषार गांधी का विरोध करते हुए दिख रहे हैं.
इस वीडियो में तुषार गांधी कहते हैं, “मैं अपना बयान वापस नहीं लूंगा.”
अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़, तुषार गांधी ने शुक्रवार को कहा था कि उनके विरोध की घटना ने ‘देशद्रोहियों को बेनकाब करने’ के उनके संकल्प को और मज़बूत कर दिया है.
तुषार गांधी ने अब कहा है, “वे चाहते थे कि मैं अपने बयान पर माफ़ी मांगूं. मैंने कहा कि मैं ऐसा नहीं करूंगा. जब मैं ये बातें कहता हूँ, तो मुझे माफ़ी मांगने या बयान वापस लेने का ख्याल नहीं आता. इस घटना ने देशद्रोहियों को बेनकाब करने के मेरे संकल्प को और मज़बूत किया है.”
“क्योंकि यह लड़ाई आज़ादी की लड़ाई से भी ज़्यादा ज़रूरी है. अब, हमारा एक साझा दुश्मन है. उन्हें बेनकाब किया जाना चाहिए.”