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Saturday, July 5, 2025

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नाटो करेगा बाल्टिक सागर में अंडर सी केबलों की रक्षा

सैन्य गठबंधन नाटो ने बाल्टिक सागर में अंडर सी केबलों की सुरक्षा के लिए गश्त और निगरानी शुरू करने का फैसला किया है.

बीते कई महीनों में अनेक बार अंडर सी केबलों को नुकसान पहुंचाया गया है.

टेलिकॉम और ऊर्जा से जुड़ी कई केबल और पाइपलाइनों को बीते महीनों में भारी नुकसान हुआ है. विशेषज्ञ और नेता इसके लिए रूस पर आरोप लगाते हैं. उनका कहना है कि रूस ने पश्चिमी देशों के खिलाफ हाइब्रिड जंग छेड़ रखी है, ताकि यूक्रेन को युद्ध में दी जा रही मदद का बदला ले सके.

जबकि इससे उलट रूस ने यूक्रेन पर अंडर सी केबलों को क्षतिग्रत करने का आरोप लगाया था.

नाटो का बाल्टिक सागर के लिए गश्ती अभियान

“बाल्टिक संतरी” नाम के इस अभियान में युद्धक जहाजों और समुद्री गश्त करने वाले विमानों का उपयोग किया जाएगा. फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में नाटो की एक बैठक में यह फैसला लिया गया.

नाटो के प्रमुख मार्क रुटे ने यह जानकारी दी. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने जहाजों को इस काम में लगाया जाएगा. उनका कहना है, “यह एक हफ्ते से दूसरे हफ्ते में अलग हो सकता है” और वह “दुश्मन की चतुराई को और नहीं बढ़ाना चाहते.”

केबलों के नुकसान के लिए जहाजों के “छद्म बेड़ों” को जिम्मेदार ठहराया जाता है. इसमें कई पुराने और ऐसे जहाज हैं जिनके मालिकों की सही जानकारी नहीं है. इनमें रूसी कच्चा तेल और पेट्रोलियम उत्पाद भेजे जाते हैं.

यूक्रेन पर हमले के बाद रूसी जहाजों को कई पाबंदियों का सामना करना पड़ रहा है. रुटे ने कहा, “सभी मामलों की जांच अभी जारी है, लेकिन यह बड़ी चिंता का कारण बना हुआ है.” उन्होंने यह भी कहा कि समंदर के भीतर मौजूद बुनियादी ढांचे को बचाना “बेहद जरूरी” है ना सिर्फ ऊर्जा सप्लाई के लिए बल्कि इंटरनेट के लिए भी.

जहाजों के छद्म बेड़े

हेलसिंकी में नाटो के बाल्टिक देशों की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि जहाजों के छद्म बेड़े “बाल्टिक सागर क्षेत्र और दुनिया भर में खासतौर से समुद्री और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि ये बेड़े “यूक्रेन के खिलाफ रूस के अवैध और आक्रमणकारी युद्ध को अहम आर्थिक सहयोग दे रहे हैं.”

फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टुब ने बताया कि बाल्टिक सागर के नाटो देशों के विदेश मंत्रालय कानूनी विशेषज्ञों का एक समूह बनाएंगे जो यह पता लगाएगा कि जहाजों की आवाजाही को प्रभावित किए बगैर इस मामले में क्या किया जा सकता है. नाटो ने दिसंबर में ही इस इलाके में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की बात कही थी लेकिन इसके लिए अब तक किसी अभियान की घोषणा नहीं हुई थी.

अंडर सी केबलों को नुकसान

फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से ही बाल्टिक सागर में तनाव है. समुद्र के भीतर कई धमाके हुए जिससे नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइनों को नुकसान पहुंचा. इसके कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है. इसी तरह अक्टूबर 2023 में फिनलैंड और एस्तोनिया के बीच एक अंडर सी गैस पाइपलाइन को बंद करना पड़ा. इसे एक चीनी कार्गो जहाज के एंकर से नुकसान पहुंचा था. स्वीडन के समुद्री इलाके में दो टेलिकॉम केबलों को पिछले साल 17-18 नवंबर को नुकसान पहुंचा.

इसके कुछ हफ्तों बाद 25 दिसंबर को एस्टलिंक 2 इलेक्ट्रिसिटी केबल के साथ ही फिनलैंड और एस्तोनिया को जोड़ने वाले चार टेलिकॉम केबल क्षतिग्रस्त हो गए.

जांच अधिकारियों को संदेह है कि ईगल एस नाम के जहाज के एंकर से यह नुकसान हुआ. कुक आइलैंड के झंडे वाला यह ऑयल टैंकर छद्म बेड़े का हिस्सा माना जाता है.

फिनलैंड की पुलिस ने 28 दिसंबर को यह जहाज पकड़ लिया ताकि आपराधिक जांच कर सके. फिनलैंड के अधिकारियों ने जहाज को समंदर में जाने लायक नहीं माना है. उन्होंने इसे चलाने पर रोक लगा दी है और पुलिस की जांच पूरी होने तक 8 क्रू सदस्यों को देश छोड़ने की अनुमति नहीं दी है.

 

 

 

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