31.4 C
New Delhi
Saturday, July 5, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस पर पीएम मोदी मुख्य अतिथि, नौसेना का युद्धपोत INS इंफाल भी होगा शामिल

मॉरीशस का राष्ट्रीय दिवस (Mauritius National Day) ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिलने की याद में मनाया जाता है। मॉरीशस 1810 में ब्रिटिश उपनिवेश बना था और करीब 150 साल की गुलामी के बाद 12 मार्च 1968 को मॉरीशस को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली और इसी दिन 1992 में इसे मॉरीशस गणराज्य घोषित किया गया।

मॉरीशस गणराज्य अफ्रीकी महाद्वीप के तट के दक्षिणपूर्व में लगभग 900 किलोमीटर की दूरी पर हिंद महासागर में और मेडागास्कर के पूर्व में स्थित एक द्वीपीय देश है। मॉरीशस में हिंदुओं की आबादी तीसरे नंबर पर है, मॉरीशस द्वीप के अतिरिक्त इस गणराज्य में, सेंट ब्रेंडन, रॉड्रीगज़ और अगालेगा द्वीप भी शामिल हैं। दक्षिण-पश्चिम में करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फ्रांसीसी रीयूनियन द्वीप और 570 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित रॉड्रीगज़ द्वीप के साथ मॉरीशस मस्कारेने द्वीप समूह का हिस्सा है। मारीशस की संस्कृति, मिश्रित संस्कृति है, जिसका कारण पहले इसका फ्रांस के आधीन होना तथा बाद में ब्रिटिश स्वामित्व में आना है। मॉरीशस द्वीप विलुप्त हो चुके डोडो पक्षी के अंतिम और एकमात्र घर के रूप में भी विख्यात है।

मॉरीशस ‘मिनी इंडिया’ क्यों है?

मॉरीशस में 68% निवासी भारतीय मूल के हैं, जिनकी जड़ें भोजपुरी, तमिल, हिंदी, तेलुगु भाषी क्षेत्रों में हैं। यहाँ 27% क्रियोल हैं, जो या तो फ्रेंको-मॉरीशस या रोड्रिग्स से हैं। इसके अलावा 3% चीनी और 2% यूरोपीय मूल के लोग भी रहते हैं। मॉरीशस का मुख्य धर्म हिन्दू है और जिसमें, लगभग 52% लोग हिंदू हैं।, मॉरीशस को ‘मिनी इंडिया’ भी कहा जाता है।

मॉरीशस हिंद महासागर में भारत का सबसे करीबी भरोसेमंद समुद्री पड़ोसी देश है. इसे अफ्रीका में एंट्री गेट के तौर पर भी जाना जाता है. भारत की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है. और हिंद महासागर क्षेत्र के हर देश के साथ भारत ने अपने रिश्तों को और मजबूत किया है.

12 मार्च 2025 को आयोजित होने वाले 57वें मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस समारोह पर खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निमंत्रण दिया गया है. पीएम मोदी मुख्य अतिथि के तौर पर इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.

मॉरीशस में पीएम मोदी का यह दूसरा दौरा है. यह सभी कार्यक्रम भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति और ‘SAGAR यानी सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन दी रीजन’ के दृष्टिकोण पर आधारित हैं. जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ठीक एक दशक पहले 2015 में मॉरीशस में MCGS बैराकुडा के कमीशनिंग के अवसर पर इसकी घोषिणा की थी. MCGS बैराकुडा मॉरीशस नेशनल कोस्ट गार्ड में शामिल होने वाला पहला भारतीय निर्मित युद्धपोत था.

INS इंफाल भी मॉरीशस में

मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस पर हिस्सा लेने के लिए भारतीय नौसेना का जहाज ‘इंफाल’ भी पहुंच चुका है. 10 मार्च 2025 को मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुइस में अपनी पहली पोर्ट कॉल की, यह जहाज 12 मार्च को आयोजित होने वाले 57वें मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लेगा. भारतीय युद्धपोतों और विमानों का मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस समारोहों में भाग लेना एक परंपरा रही है. इसी परंपरा को जारी रखने के लिए INS इंफाल, इस जहाज में एक मार्चिंग दस्ता, नौसैना का बैंड और राष्ट्रीय दिवस परेड में उड़ान भरने के लिए हेलीकॉप्टर शामिल हों रहे हैं. यह INS इंफाल का यह पहला पोर्ट लुइस का दौरा है. INS इंफाल को दिसंबर 2023 में नौसेना में कमीशन किया गया था. यह प्रोजेक्ट 15B (विशाखपट्टनम क्लास) स्वदेशी डिस्ट्रॉयर है.

INS इंफाल गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रायर है इसकी सबसे बडा खूबी है कि यह दुश्मन की नजर से बच सकता है और आसानी से दुश्मन की रडार की पकड़ में नहीं आएगा. यह सतह से सतह मार करने वाली मिसाइल और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से लैस है. इसके 16-16 मिसाइल के 2 वर्टिकल लॉन्चर से कुल 32 मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल दागी जा सकती है. इसके अलावा एंटी सर्फेस वॉरफेयर के लिये ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइल सिस्टम भी लगा हुआ है. आधुनिक सर्विलांस रडार लगा हुआ है और इसमें दुश्मन की सबमरीन को नष्ट करने के लिए रॉकेट लॉन्च और टॉरपिडो लॉन्चर भी मौजूद है. इस INS इंफाल जहाज की लंबाई 163 मीटर है और 7400 टन वजनी है. यह INS इंफाल डिस्ट्रॉयर चार पावरफुल गैस टर्बाइन से चलता है और इसकी अधिकतम रफ़्तार 30 नॉटिकल मील तक हो सकती है.

मॉरीशस की नेवी के साथ होगा अभ्यास

10 से 14 मार्च तक पोर्ट लुइस में रुकने के दौरान INS इंफाल जहाज कई ट्रैनिंग और सांस्कृतिक एक्सचेंज में हिस्सा लेगा. साझा एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक जोन सर्वेलॉन्स और अभ्यास भी किया जाएगा।  इसके अलावा क्रॉस-ट्रेनिंग विज़िट्स, फ्रैंडली गेम्स खेलों और सामुदायिक गतिविधियां शामिल हैं. इन गतिविधियों का मकसद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और समुद्री सुरक्षा सहयोग को मजबूत करना है.

पीएम मोदी का यह दौरा खास क्यों है?

प्रधानमंत्री का यह दौरा कई मायने में भी खास होगा. इस दौरे में ही रूपे (RuPay) और यूपीआई (UPI) को मॉरीशस में लॉन्च किया जाएगा. इससे टूरिज्म और अन्य क्षेत्रों में मदद मिलेगी। इससे भारतीय टूरिस्ट को मॉरीशस में और मॉरीशस के टूरिस्ट को भारत में पेमेंट करने में आसानी होगी। रूपे (RuPay) और यूपीआई (UPI) को मॉरीशस द्वारा उपयोग में लाने से दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को भी बढ़ावा मिलेगा.

साल 2023-24 के व्यापार के आंकड़ो पर नजर डाले तो दोनों देशों के बीच कुल 851.13 मिलियन डॉलर का व्यापार हुआ. साथ ही दोनों देशों के बीच कई अन्य महत्वपूर्ण समझौतों पर दस्तखत होने की संभावना है

मॉरीशस देश में अन्य अफ्रीकी देशों की तरह ही आधिकारिक भाषा अंग्रेज़ी है। लेकिन, सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा मॉरीशियन क्रियोल है जो एक फ़्रेंच भाषा मूल की बोली है और मूल क्रियोल निवासियों द्वारा बोली जाती है।

मॉरीशस में फ़्रेंच, अंग्रेजी के अलावा कई भारतीय भाषाएं भी बोली जाती हैं जिनमें हिन्दी, भोजपुरी, तमिल, उर्दू , गुजराती बंगाली, मराठी भाषा शामिल है।

 

 

Popular Articles