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Sunday, December 22, 2024

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Kharmas: 16 दिसंबर से शुरु होगा खरमास, 1 महीने तक शुभकार्य रहेंगे वर्जित

 

Kharmas: 16 दिसंबर से शुरु होगा खरमास,1 महीने तक शुभकार्य रहेंगे वर्जित

Kharmas: खरमास की अवधि को हिंदू धर्म में शुभ-मांगलिक कार्यों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है, इसलिए खरमास के 30 दिनों में ये काम वर्जित माने जाते हैं. बता दें कि सूर्य जब-जब गुरु की राशि में प्रवेश करते हैं तब खरमास लग जाता है.

आज 15 दिसंबर 2024 को सूर्य का गोचर धनु राशि (Surya Gochar) में होगा, जिसके बाद खरमास लग जाएगा. इसके बाद जनवरी में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तब खरमास की समाप्ति होगी. ऐसे में 15 दिसंबर से लेकर 14 जनवरी के बीच इन 30 दिनों में कोई भी शुभ काम नहीं होंगे.

अगर आपको ये काम करने हैं तो इसके लिए 14 जनवरी यानि मकर संक्रांति 2025 (Makar Sankranti) तक इंतजार करना होगा.

इस साल खरमास की शुरुआत रविवार 15 दिसंबर से होगी.

धनु संक्रांति सूर्य मूल नक्षत्र सुबह 07:35 से, प्रतिपदा दोपहर 01:12 से, आद्रा 02:34 से शुरू होगा. इसके बाद मंगलवार 14 जनवरी 2025 को प्रतिपदा मध्यरात्रि 03:19, पुनर्वसु नक्षत्र सुबह 10:27 में मकर संक्रांति पर सूर्य का उत्तरायण होगा और खरमास समाप्त हो जाएगा.

सूर्य देव जब गुरु की राशि में प्रवेश करते हैं तब खरमास लगता है.

सूर्य जितने दिनों तक गुरु की राशि में रहते हैं तब तक खरमास रहता है. इसका कारण यह है कि धनु देव, गुरु बृहस्पति की आग्नेय राशि है.

सूर्य जब धनु में गोचर करते हैं तो गुरु की शुभता कम हो जाती है. धनु राशि यानी अग्नि भाव में सूर्य को होने पर स्थितियां बिगड़ती है. इस समय मौसम में भी बदलाव देखे जाते हैं. माना जाता है कि इस समय किए शुभ कामों का शुभ परिणाम कम मिलता है.

खरमास के 30 दिनों में शादी-विवाह, सगाई, नए घर में प्रवेश, मुंडन और अन्य सभी शुभ-मांगलिक कार्य वर्जित हो जाएंगे.

धार्मिक मान्यता है कि इस दौरान किए इन कामों का शुभ फल नहीं मिलता है.

खरमास में नए मकान का निर्माण, नए मकान की खरीदारी, किसी नए काम या बिजनेस की शुरुआत भी नहीं करनी चाहिए. मंगल कामों के किए यह समय शुभ नहीं माना जाता.

अगर आपको बिजनेस या करियर से जुड़ा कोई जरूरी काम करना है तो 30 दिनों तक रुकना ही बेहतर रहेगा. यह समय नए प्रोजेक्ट, नई डील या बड़े निवेश के लिए भी अच्छा नहीं है.

सनातन धर्म में खरमास के दिनों को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, जो वर्ष में दो बार आते हैं. पहला खरमास तब होता है जब सूर्यदेव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, और दूसरा खरमास मीन संक्रांति के समय होता है, जब सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करते हैं. यह अवधि कुल एक महीने तक चलती है, और इस दौरान मांगलिक कार्य करने पर रोक होती है.

इस वर्ष वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष कृष्ण पक्ष की शुरुआत 16 दिसंबर से हो रही है. इस दिन प्रातः 7 बजकर 40 मिनट पर सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य 14 जनवरी 2025 तक इसी राशि में स्थित रहेंगे. अतः 16 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक का समय खरमास के रूप में माना जाएगा.

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