Mannheim: जर्मन शहर मानहाइम (Mannheim) में सोमवार को एक कार पैदल यात्रियों की लेन में घुस गई थी। पुलिस ने पहले एक व्यक्ति की जान जाने की बात कही थी. लेकिन, राज्य के गृह मंत्री थोमास श्ट्रोबल ने अब मरने वालों की संख्या दो होने की पुष्टि की और इसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं।
पुलिस का कहना है कि मानहाइम (Mannheim) के संदिग्ध ने जानबूझकर भीड़ में गाड़ी घुसा दी थी। पुलिस ने इस मामले में फिलहाल एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है. ज्ञात हो कि, पिछले काफी समय से जर्मनी और विशेषतः अमेरिका में संदिग्धों द्वारा भीड़ पर कार चढ़ाने की अलग अलग शहरों में कई घटनाएं हुई हैं।
मानहाइम (Mannheim) में हुआ क्या?
जर्मन शहर मानहाइम में सोमवार को एक कार पैदल यात्रियों की लेन में घुस गई. पुलिस ने पहले एक व्यक्ति की जान जाने की बात कही थी. लेकिन राज्य के गृह मंत्री थोमास श्ट्रोबल ने अब मरने वालों की संख्या दो होने की पुष्टि की है. इसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं.
पुलिस ने बताया कि एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. राज्य के गृह मंत्री श्ट्रोबल ने बताया है कि संदिग्ध 40 साल का एक जर्मन नागरिक है. उसे हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने कहा कि फिलहाल ये घटना राजनीति से प्रेरित नहीं लगती. उन्होंने बताया, “अब तक की जांच के मुताबिक इसकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि होने का संदेह नहीं है.”
अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि इसमें कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था या नहीं या फिर उसकी मंशा क्या थी. मानहाइम शहर जर्मनी के बाडेन-वुर्टेनबर्ग राज्य में है.
पुलिस का कहना है कि यह घटना दोपहर 12 बजे के करीब पाराडेप्लात्ज नामकी जगह में घटी, जो शहर के केंद्र में स्थित है. जर्मनी के कई शहरों में कार्निवाल के मौके पर सोमवार को परेड आयोजित की जा रही है, मानहाइम की मुख्य परेड रविवार को हुई.
कार हमले के बारे में
चश्मदीदों के हवाले से मानहाइम24 (mannheim24) नाम की वेबसाइट ने खबर छापी है कि हमलावर की कार एक ब्लैक एसयूवी थी. ड्राइवर ने बहुत तेज स्पीड में कार लेकर मानहाइम (Mannheim) में कार्निवाल मेला स्थल के पास मौजूद भीड़ पर चढ़ा दी.
जर्मनी के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि गृह मंत्री नैंसी फेजर ने कोलोन में कार्निवाल परेड में अपनी शामिल होने की योजना रद्द कर दी है और उन्हें घटना की जानकारी दी जा रही है. प्रवक्ता ने ये भी कहा कि “लोगों की जान बचाना, घायलों की देखभाल करना और मानहाइम प्रशासन द्वारा मामले की प्रारंभिक जांच करवाना इस समय सबकी प्राथमिकता है.”
मानहाइम (Mannheim) के मानहाइम यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में आपातकालीन व्यवस्था लागू कर दी गई है जो बड़ी संख्या में एक साथ कई मरीजों की देखभाल करने की स्थिति के लिए बनाई जाती है. शहर प्रशासन ने स्थानीय लोगों को एक खास ऐप – काटवार्न – के जरिए चेतावनी भी भेजी. इससे सार्वजनिक तौर पर सूचना देकर लोगों से दुर्घटना वाले इलाके से दूर रहने को कहा जाता है. जर्मनी में इस ऐप का नियमित तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें दुर्घटना ही नहीं किसी भी बड़ी आपातकालीन स्थिति के बारे में प्रशासन की ओर से लोगों को रीयल टाइम चेतावनी पहुंचा दी जाती है.
प्रशासन इस घटना को अब तक हमला नहीं बता रही है.
अन्य जर्मन शहरों में भी हुए हैं ऐसे हमले
यह घटना म्यूनिख में हुए कार हमले के कुछ हफ्तों बाद हुई है. उस घटना में दो लोगों की जान चली गई थी. उस घटना में संदिग्ध की पहचान एक अफगानी के रूप में की गई थी, जो जर्मनी में शरण लेने का इच्छुक था. उसके इस्लामिक विचारधारा से प्रभावित होने के कुछ सुबूत मिले थे.
इससे पहले दिसंबर में माग्देबुर्ग में क्रिसमस मार्केट में हुए कार हमले में छह लोगों की मौत हुई थी और दो सौ के करीब लोग घायल हुए थे. उस हमलावर ने कट्टर दक्षिणपंथी पार्टी एएफडी के प्रति अपना समर्थन जताया था.
फ्रांस की सीमा के नजदीकी शहर मानहाइम (Mannheim) का उल्लेख 764 में एक गांव के रूप में मिलता है। 1606 में इसे 136 आयताकार घरों के ब्लॉक के ग्रिड पैटर्न में बनाया गया था। मानहाइम (Mannheim), आधिकारिक तौर पर मैनहेम विश्वविद्यालय शहर, स्टटगार्ट की राज्य की राजधानी के बाद जर्मन राज्य बाडेन-वुर्टेमबर्ग में दूसरा सबसे बड़ा शहर है, और जर्मनी का 21वां सबसे बड़ा शहर है।
यह इलेक्टोरल पैलेटिनेट के प्रिंस-इलेक्टर का पूर्व घर था, और अब यहाँ मानहाइम (Mannheim) विश्वविद्यालय है। इसे “जर्मनी का हार्वर्ड” भी कहा जाता है।