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Friday, July 4, 2025

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Parenting: बचपन की बातें और यादें जीवन का आधार, नकारात्मकता से बचें

छोटे बच्चे के पालन-पोषण या परवरिश (Parenting) के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि बचपन की बातें और यादें पूरे जीवन का आधार बनती हैं और कभी-कभी नकारात्मक यादें  बच्चों के दिल और दिमाग पर बुरा प्रभाव डालती है.

Parenting : जब छोटे बच्चे होते हैं, तब उनकी परवरिश का काफी ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है. इनकी परवरिश (Parenting) के दौरान की गयी छोटी सी अच्छी और बुरी बात उनके दिल और दिमाग पर जीवनभर के लिए असर डाल सकती है. आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बात रहे हैं जिन्हें आपको ध्यान में चाहिए.

चलिए इन के बारे में विस्तार से जानते हैं.

बच्चों से खुलकर बात करें

अगर आप अपने बच्चों के सामने स्ट्रिक्ट बनते हैं तो ऐसे में वे आपसे खुलकर बात कर नहीं पाते हैं. ऐसा होने की वजह से आप और आपके बच्चों के बीच दूरियां बढ़ने लगती है. अगर आप नहीं चाहते हैं कि आप और आपके बच्चे के बीच दूरियां न बने तो ऐसे में आप और आपके बच्चों को खुलकर बात करनी चाहिए.

बच्चों पर प्रेशर न डालें

हर बच्चा अलग होता है, अपने या किसी और की महत्वाकांक्षा को लेकर, बच्चों पर पढ़ाई, भविष्य या फिर किसी भी अन्य चीज को लेकर प्रेशर नहीं डालना है. आपको अपने बच्चो पर किसी भी काम को करने के लिए जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके बच्चों पर इसका काफी बुरा असर पड़ता है.

बच्चों की तुलना न करें

हर बच्चा अलग होता है और ऐसे में उनकी तुलना दूसरे बच्चों से नहीं करनी चाहिए. आपको शायद यह पता न हो लेकिन, जब आप ऐसा करते हैं तो आपके बच्चे के दिमाग पर काफी गहरा प्रभाव पड़ता है. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके बच्चे इस बात को जिंदगीभर भूलते नहीं है.

बच्चों की भावनाओं को नजरअंदाज न करें

कई बार आपके बच्चे अपने मन की बातों को आपसे शेयर करने आते हैं लेकिन, आप किन्हीं कारणों से उनकी बातों को नहीं सुनते हैं या फिर नजरअंदाज कर देते हैं. जब आप ऐसा करते हैं तो वे आपके पास अपनी बातों को लेकर आना बंद कर देते हैं.

जब भी आपके बच्चे अपने मन की बातों को आपसे शेयर करें तो आपको उन्हें ध्यान से सुनना चाहिए.

पालन-पोषण (Parenting) के लिए मार्गदर्शिका

पालन-पोषण (Parenting Tips) के लिए मार्गदर्शिका के लिए बच्चों के स्वास्थ्य के लिए काम करने वाली स्कूल नर्सों ने कुछ बातें साझा कीं, जो वे चाहती हैं कि माता-पिता को पता हों। जैसे,

बेबी-लेड वीनिंग (baby-led weaning) या BLW क्या है?

ऐसे माता-पिता की संख्या बढ़ती जा रही है जो अपने बच्चों को चम्मच से दूध पिलाना छोड़ रहे हैं और इसके बजाय “बेबी-लेड वीनिंग” की कोशिश कर रहे हैं।

बेबी-लेड वीनिंग (baby-led weaning), जिसे शिशु स्व-भोजन के रूप में भी जाना जाता है, शिशुओं को 6 महीने की उम्र के आसपास ठोस आहार शुरू करने पर खुद को असली भोजन खिलाने की अनुमति देता है। चम्मच पर केवल शुद्ध भोजन देने के बजाय, माता-पिता अपने नरम, छड़ी के आकार के खाद्य पदार्थ देते हैं जिन्हें वे उठाकर अपने मुंह में डाल सकते हैं, ताकि वह खुद से खाना सीख सके।

बेबी-लेड वीनिंग (baby-led weaning) के इस एक तरीके में,  बच्चे को स्तनपान या फ़ॉर्मूला के साथ-साथ ठोस खाद्य पदार्थ दिए जाते हैं. इसमें बच्चे को खुद से खाना खिलाने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है और उसे परिवार के साथ खाना सीखने दिया जाता है. इस तरीके में, बच्चे को उंगली के आकार के नरम भोजन के टुकड़े दिए जाते हैं, ताकि वह खुद से खाना सीख सके

स्लीपअंडर(Sleepunder) क्या है?

कुछ चिंतित माता-पिता सोने के समय से ठीक पहले बच्चों को लेने के लिए “स्लीपअंडर” चुन रहे हैं, या यहाँ तक कि उनके साथ रात भर रुक भी रहे हैं।

स्लीपअंडर(Sleepunder) उन बच्चों के लिए एक नकली स्लीपओवर पार्टी है जो अभी भी रात भर सोने के लिए बहुत छोटे हैं। इस प्रकार की पार्टी में, बच्चों को शाम को सभी सामान्य स्लंबर पार्टी गतिविधियों को करने के लिए आमंत्रित किया जाता है, लेकिन उनके माता-पिता सोने से पहले आकर उन्हें ले जाते हैं।

कई माता-पिता अपने बच्चों के दिन को मनोरंजन और व्यस्त रखने के लिए गतिविधियों से भरने की आवश्यकता महसूस करते हैं। लेकिन बोरियत के अपने फायदे हैं।

एक आधुनिक माता-पिता होने का मतलब है कि इसे सही तरीके से कैसे किया जाए, इस पर कई रायों को एक साथ रखना। अच्छी खबर यह है कि इसे सही तरीके से करने का कोई एक तरीका नहीं है।

पालन-पोषण या परवरिश (Parenting) एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसको उचित रूप से, उचित सलाह या मार्गदर्शन में करना चाहिए।

अस्वीकरण (Disclaimer): यहाँ दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों पर आधारित है,जिनका हमारे द्वारा सत्यापन नहीं किया जाता है। किसी भी समस्या की स्थिति में योग्य विशेषज्ञ से मार्ग-दर्शन प्राप्त करें।अन्य जैसे चिकित्सा संबंधी समाचार, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, व्रत-त्योहार,ज्योतिष,इतिहास, पुराण आदि विषयों पर मोंकटाइम्स.कॉम में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न स्रोतों से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि मोंकटाइम्स.कॉम नहीं करता है। किसी भी जानकारी को प्रयोग में लाने से पहले उस विषय से संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

 

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