PM Modi New Education Policy: Class 11 और 12 Curriculum में AI, रोबोटिक्स को शामिल.
Council for the Indian School Certificate Examinations (CISCE): काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने हाल ही में 2025-26 शैक्षणिक वर्ष से शुरू होने वाले ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के लिए रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Robotics and Artificial Intelligence) को औपचारिक विषयों के रूप में पेश करने की योजना की घोषणा की है।
इस पहल में प्राथमिक पाठ्यक्रम में AI और कोडिंग का एकीकरण (Integration of AI and coding) भी शामिल है, जो युवा छात्रों के लिए मूलभूत कंप्यूटर विज्ञान शिक्षा को समृद्ध करेगा (enriching the foundational computer science education)।
ये पाठ्यक्रम संवर्द्धन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप हैं और देश भर में 3 मिलियन से अधिक छात्रों को प्रभावित करेंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से प्रवेश करने के साथ, छात्रों के लिए प्रासंगिक कौशल हासिल करने की आवश्यकता उनके भविष्य की सफलता के लिए पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
चूंकि उद्योग AI और रोबोटिक्स पर निर्भर रहना जारी रखते हैं, इसलिए CISCE द्वारा इन विषयों को पेश करने का कदम छात्रों को भविष्य के करियर के लिए तैयार करने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें उन्नत तकनीकी कौशल की आवश्यकता होती है, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे तेजी से डिजिटल परिदृश्य में कामयाब होने के लिए सुसज्जित हैं।
उच्चतर माध्यमिक शिक्षा में AI और रोबोटिक्स का एकीकरण और छात्रों के लिए लाभ
जैसे-जैसे शिक्षा का परिदृश्य विकसित हो रहा है, कक्षा 11 और 12 के पाठ्यक्रम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और रोबोटिक्स को शामिल करना एक नई मिसाल कायम कर रहा है। यह एकीकरण छात्रों की सीखने की क्षमता को बढ़ाने, उन्हें महत्वपूर्ण कौशल से लैस करने और उन्हें प्रौद्योगिकी-संचालित भविष्य के लिए तैयार करने का वादा करता है।
उभरती हुई प्रौद्योगिकियों से परिचित होना : AI और रोबोटिक्स के बारे में सीखकर, छात्र उन तकनीकों से परिचित हो जाएँगे जो भविष्य को आकार दे रही हैं। यह ज्ञान उन्हें तकनीकी प्रगति के मामले में सबसे आगे रखता है, उन्हें डेटा विज्ञान, स्वचालन और सॉफ़्टवेयर विकास जैसे उच्च-मांग वाले क्षेत्रों में करियर के लिए तैयार करता है।
समस्या-समाधान क्षमताओं को बढ़ाना: AI और रोबोटिक्स से जुड़ना छात्रों को आलोचनात्मक और रचनात्मक रूप से सोचने की चुनौती देता है। जैसे-जैसे वे अपनी परियोजनाओं को डिज़ाइन और समस्या निवारण करते हैं, वे आवश्यक समस्या-समाधान कौशल विकसित करते हैं जिन्हें विभिन्न विषयों में लागू किया जा सकता है।
नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना: रोबोटिक्स परियोजनाएँ छात्रों को नवाचार करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं, जिससे वे अपने विचारों का पता लगा सकते हैं और उन्हें मूर्त समाधानों में बदल सकते हैं। यह व्यावहारिक अनुभव रचनात्मक मानसिकता का पोषण करता है, जो किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए आवश्यक है।
व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव: AI-संचालित उपकरण व्यक्तिगत छात्र की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए शैक्षिक सामग्री को तैयार कर सकते हैं, जिससे अधिक व्यक्तिगत शिक्षण वातावरण को बढ़ावा मिलता है। यह अनुकूलन छात्रों को जटिल अवधारणाओं को अपनी गति से समझने में मदद करता है, जिससे समग्र समझ बढ़ती है।
सहयोग और टीमवर्क: कई AI और रोबोटिक्स परियोजनाओं में टीमवर्क की आवश्यकता होती है, जिससे छात्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा मिलता है। यह सहयोगी वातावरण न केवल पारस्परिक कौशल का निर्माण करता है, बल्कि वास्तविक दुनिया के कार्य सेटिंग्स को भी दर्शाता है जहाँ टीमवर्क महत्वपूर्ण है।
डिजिटल भविष्य की तैयारी: AI और रोबोटिक्स से परिचित होना छात्रों को ऐसे भविष्य के लिए तैयार करता है जहाँ ये प्रौद्योगिकियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। उनके सिद्धांतों और अनुप्रयोगों को समझना छात्रों को तकनीक-केंद्रित दुनिया में नेविगेट करने और पनपने के लिए तैयार करता है।