भारत के इस सलामी बल्लेबाज़ एक भावुक कर देने वाली पोस्ट में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
धवन ने अपना वन डे इंटरनेशनल (ODI) डेब्यू अक्टूबर 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापत्तनम में किया था।
उनका टेस्ट डेब्यू मार्च 2013 में मोहाली में उसी विपक्षी टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ, जहाँ उन्होंने टेस्ट डेब्यू पर किसी भी बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज़ शतक (85 गेंद) बनाया और 174 गेंदों पर 187 रन बनाकर अपनी पारी समाप्त की।
यह टेस्ट डेब्यू पर किसी भारतीय द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर भी है।
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने सोशल मीडिया पर प्रशंसकों के नाम एक भावुक वीडियो पोस्ट कर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी फ़ॉर्म से रिटायरमेंट लेने का एलान किया है.
धवन ने आख़िरी बार भारत के लिए 2022 में वनडे सिरीज़ खेली थी. शिखर धवन ने भारत के लिए 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी-20 मैच खेले हैं.
उन्होंने 50 ओवर के एकदिवसीय मैचों में 6793 रन बनाए हैं और उनका औसत 44.11 रन है, साथ ही टेस्ट मैचों में 40.61 रन के औसत से 2315 रन बनाए हैं.
शिखर धवन ने सोशल मीडिया पर भावुक वीडियो डालकर संन्यास का एलान किया है,
इस वीडियो में वो कहते दिख रहे हैं, ”आज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा हूं जहां से पीछे देखने पर सिर्फ़ यादें ही दिखती हैं और आगे देखने पर पूरी दुनिया. मेरी हमेशा से एक ही मंज़िल थी, इंडिया के लिए खेलना और वो हुआ भी. जिसके लिए मैं कई लोगों को शुक्रगुज़ार हूं.”
“सबसे पहले मेरी फैमिली. मेरे बचपन के कोच तारक सिन्हा जी, मदन शर्मा जी, जिनके अंडर मैंने क्रिकेट सीखी. फिर मेरी टीम जिसके साथ-साथ मैं सालों खेला. मुझे एक परिवार मिला. नाम मिला और आपका सबका प्यार मिला.”
उन्होंने कहा, ”लेकिन कहते हैं ना कहानी में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटना ज़रूरी है. तो बस, मैं भी ऐसा ही करना जा रहा हूं. मैं अंतरराष्ट्रीय और डोमेस्टिक क्रिकेट से अपनी रिटायरमेंट का एलान कर रहा हूं.”
शिखर धवन ने कहा, ”और जब मैं अपनी क्रिकेट जर्नी को अलविदा कह रहा हूं तो मेरे दिल में एक सुकून है कि मैं अपने देश के लिए बहुत खेला. मैं बहुत शुक्रगुज़ार हूं बीसीसीआई और डीडीसीए का, जिन्होंने मुझे मौक़ा दिया और मेरे सारे फैन्स का, जिन्होंने मुझे इतना प्यार दिया.”
उन्होंने कहा, ”मैं खुद से यही कहता हूं कि, भाई तुम इस बात से दुखी मत हो कि तू अपने देश के लिए फिर नहीं खेलेगा. पर इस बात की खुशी अपने पास रख कि तू अपने देश के लिए खेला. और ये मेरे लिए सबसे बड़ी बात है कि मैं खेला.”
धवन ने भारत के लिए 269 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिसमें उनके नाम 24 शतक हैं.
वह इस साल आईपीएल 2024 के दौरान पंजाब किंग्स की कप्तानी करते हुए दिखे थे. टीम के साथी खिलाड़ी उन्हें ‘गब्बर’ नाम से पुकारते रहे हैं.
उनके रिटायरमेंट के एलान के बाद पंजाब किंग्स ने उनकी पारियों को याद करते हुए लिखा, ”रन, ट्रॉफियां और अनगिनत यादें, हैप्पी रिटायरमेंट गब्बर. अपनी ज़िंदगी की अगली पारी में धमाकेदार शुरुआत का बेसब्री से इंतज़ार है.”
धवन दुनिया के उन आठ बल्लेबाज़ों में शामिल हैं जिन्होंने वनडे इंटरनेशनल मैचों में 40 से ज़्यादा के औसत से पांच हज़ार रन से ज़्यादा बनाए हैं.
इन मैचों में उनका स्ट्राइक रेट 90 से ऊपर का रहा है. इस सूची में भारतीय बल्लेबाजों में सिर्फ रोहित शर्मा और विराट कोहली शामिल हैं.
शिखर धवन ने टेस्ट में अपनी शुरुआत ही धमाकेदार तरीके से की थी. अपने टेस्ट करियर की शुरुआत में उन्होंने पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक ठोका था.
मोहाली में खेले गए इस टेस्ट मैच में उन्होंने 85 गेंदों में शतक बना लिया था. ये डेब्यू कर रहे किसी भी बल्लेबाज़ का सबसे तेज शतक है. इस मैच में उन्होंने 187 रन बनाए थे और ये मैच भारत के खाते में गया था.
2013 धवन के करियर का चरम था. इस साल उन्होंने वनडे में 50.52 के औसत और 97.89 के स्ट्राइक रेट से 1162 रन बनाए था.
इस साल चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. चैंपियंस ट्रॉफी की पांच पारियों में उन्होंने 363 रन बनाए थे इनमें दो शतक थे.
इसी टूर्नामेंट से रोहित शर्मा के साथ सलामी बल्लेबाज़ की उनकी जोड़ी बनी. सलामी बल्लेबाज़ की जोड़ी के तौर पर उन्होंने वनडे क्रिकेट की चौथी सबसे अच्छी पारी खेली थी एवं सचिन तेंदुलकर और सौरभ गांगुली के बाद ये भारत की सबसे सफल सलामी बल्लेबाज़ जोड़ी साबित हुई.
धवन का जन्म 5 दिसंबर 1985 को दिल्ली, भारत में एक पंजाबी परिवार में सुनैना और महेंद्र पाल धवन के घर हुआ था।
उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के मीरा बाग में सेंट मार्क्स सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल से पूरी की।
12 साल की उम्र से ही उन्होंने कोच तारक सिन्हा के मार्गदर्शन में सॉनेट क्लब में प्रशिक्षण लिया, जिन्होंने 12 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को प्रशिक्षित किया है। जब धवन पहली बार क्लब में शामिल हुए थे, तब वे विकेटकीपर थे।