Tourism: Schengen Visa अस्वीकृति के कारण भारतीयों को ₹109 करोड़ का वित्तीय नुकसान
यूरोप महाद्वीप के देश, यात्रा प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन स्वप्निल स्थान है, खास तौर पर शेंगेन क्षेत्र, जो पर्यटकों के लिए सीमा-मुक्त आवागमन की गारंटी देता है, जिससे यात्रा परेशानी मुक्त हो जाती है।
शेंगेन वीजा यात्रियों को बेल्जियम, चेक गणराज्य, डेनमार्क, जर्मनी, एस्टोनिया, ग्रीस, स्पेन, फ्रांस, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, हंगरी, माल्टा, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, पोलैंड, पुर्तगाल, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया, फिनलैंड और अन्य सहित 29 से अधिक यूरोपीय देशों की यात्रा करने की अनुमति देता है।
एक यात्रा में बेहतरीन यूरोपीय अनुभव प्राप्त करना एक स्वप्निल अवसर होता है। हालाँकि, यह सपना हमेशा अनिश्चित कारणों से वीज़ा अस्वीकृतियों के कारण कभी कभी पूरा नहीं होता है।
शेंगेन वीजा (Schengen Visa) क्या है?
शेंगेन समझौता एक संधि है जिसके कारण यूरोप के देशों में शेंगेन क्षेत्र (Schengen Countries) का निर्माण हुआ, जिसमें आंतरिक सीमा जाँच को काफी हद तक समाप्त कर दिया गया है। इस पर 14 जून 1985 को लक्जमबर्ग के शेंगेन शहर के पास तत्कालीन यूरोपीय आर्थिक समुदाय देशों ने हस्ताक्षर किए गए थे।
शेंगेन न्यूज़ की एक हालिया रिपोर्ट में लंबी एवं अव्यवहारिक वीज़ा प्रक्रिया के कारण पयर्टकों को भरी वित्तीय नुकसान का चौंका देने वाले खुलासा किया गया है।
शेंगेन वीज़ा आवेदनों को अस्वीकृत किए जाने के कारण भारतीय आवेदकों को 2023 में ₹109 करोड़ (लगभग €12.1 मिलियन) का भारी नुकसान उठाना पड़ा।
वीज़ा आवेदन प्रक्रिया में सामर्थ्य या सुविधा की प्रारंभिक धारणा के बावजूद, गैर-वापसी योग्य वीज़ा शुल्क पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय बोझ बन जाता है। यदि वीज़ा आवेदन अस्वीकार कर दिया जाता है, तो सारा पैसा बेकार चला जाता है, और वापसी की कोई उम्मीद नहीं होती।
यह परेशान करने वाला और वित्तीय रूप से नुकसानदेह है क्योंकि वीज़ा की कीमतें बहुत ज़्यादा हैं और हर साल बढ़ती जा रही हैं।
हर साल, बड़ी संख्या में भारतीय वीज़ा आवेदन अस्वीकार किए जाते हैं, जिससे यूरोप जाने की उम्मीदें खत्म हो जाती हैं। भारतीयों द्वारा दायर किए गए 966,687 वीज़ा आवेदनों में से 151,752 को अस्वीकार कर दिया गया।
भारत अब उन शीर्ष देशों में शामिल है, जहाँ शेंगेन वीज़ा को सबसे ज़्यादा संख्या में अस्वीकृत किया गया है।
पिछले साल, शेंगेन देशों ने 1.6 मिलियन वीज़ा आवेदनों को अस्वीकार कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप पर्यटकों को कुल ₹1,172 करोड़ का नुकसान हुआ।
पिछले साल सबसे ज़्यादा शेंगेन वीज़ा (Schengen Visa Rejection) अस्वीकृत कीये गए देश :
अल्जीरियाई आवेदक: 169,514 वीज़ा अस्वीकृत
तुर्की आवेदक: 169,514 वीज़ा अस्वीकृत
भारतीय आवेदक: 151,752 वीज़ा अस्वीकृत
मोरक्को के आवेदक: 136,367 वीज़ा अस्वीकृत
चीनी आवेदक: 60,554 वीज़ा अस्वीकृत
Schengen Visa अस्वीकृति के कारण
वीज़ा अधिकारी वीज़ा आवेदनों को अस्वीकार करने के लिए कई कारण बताते हैं, जिनमें अस्पष्ट यात्रा उद्देश्य, अधूरे दस्तावेज़ और यात्रा व्यय के लिए वित्तीय साधनों का अपर्याप्त प्रमाण शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, पिछले वीज़ा उल्लंघनों और खराब रोज़गार रिकॉर्ड के कारण कुछ वीज़ा अस्वीकृत किए गए।
शेंगेन वीज़ा शुल्क (High Schengen Visa Fee) में वृद्धि
पिछले कुछ वर्षों में, वीज़ा शुल्क में वृद्धि हुई है। यूरोपीय आयोग ने शेंगेन वीज़ा की कीमतों में 12% की वृद्धि लागू की है, जो 11 जून, 2024 से प्रभावी होगी और सभी देशों पर लागू होगी।
वयस्कों के लिए शुल्क €80 (लगभग 7000 रुपये) से बढ़कर €90 (लगभग 8000 रुपये) हो गया है। 6 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों को अब €40 (लगभग 3500 रुपये) से बढ़कर €45 (लगभग 4000 रुपये) का भुगतान करना होगा।
जिन देशों को नागरिकों को वापस भेजने में असहयोगी माना जाता है, उन्हें अधिक वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें शुल्क संभावित रूप से €135 से €180 (लगभग 12000 रुपये से 16000 रुपये) तक बढ़ सकता है।
यह निर्णय दिसंबर 2023 में यूरोपीय संघ के वीज़ा शुल्क की निर्धारित समीक्षा के बाद आया है, जो शेंगेन वीज़ा कोड के तहत हर तीन साल में आयोजित किया जाता है।